निगम नहीं पकड़ेगा कुत्ते - नगर निगम ने शहर में कुत्तों को पकडऩा बंद कर दिया है। करीब एक माह से निगम ने एक भी कुत्ता नहीं पकड़ा है। इधर, कुत्ते अब नगर निगम मुख्यालय के गलियारों तक पहुंचने लगे हैं।
अभियान रोकने के पीछे निगम का तर्क है कि जयसिंहपुरा खोर स्थित श्वानघर में विकास कार्य चल रहे हैं। जब तक यह पूरी तरह तैयार नहीं हो जाता, तब तक नगर निगम शहर से कुत्तों को नहीं पकड़ेगा।
इसबीच अगर शहर में फिर से कुत्तों का आतंक बढ़ता है तो कोई गारंटी नहीं कि निगम की ओर से जनता को राहत मिल सकेगी।
हालांकि निगम ने कुत्ते पकडऩे वाली फर्म का कार्यकाल दो माह के लिए बढ़ा दिया है, फिर भी कुत्तों को नहीं पकड़ा जा रहा है।
मई माह में पकड़े 457
शहर में पिछले माह कुत्तों ने काटकर कई लोगों को घायल किया था। इनके बढ़ते आतंक को देखकर निगम प्रशासन ने गत 15 मई को शहर में कुत्तों को पकडऩे का अभियान चलाने की बात कही थी।
हालांकि निगम प्रशासन ने मई माह में करीब 457 कुत्ते ही पकड़े थे। मई माह में कुत्ते पकडऩे वाली फर्म का ठेका भी समाप्त हो गया। जून में निगम ने भी कुत्तों को पकडऩा बंद कर दिया है।
एक जून से निगम प्रशासन ने शहर से एक भी कुत्ते को पकड़कर बधियाकरण नहीं किया है। हालांकि निगम पशु प्रबंधन शाखा के अधिकारी कुत्ते नहीं पकडऩे के लिए श्वान घर में विकास कार्य चलने की बात कह रहे हैं।
अब निगम प्रशासन ने श्वान घर में केनल की संख्या बढाने के साथ श्वान घर को दो भागों में बांटने की तैयारी की है। इसके साथ ही शहर में कुत्ते को पकडऩे के लिए दो अलग-अलग फर्म को काम सौंपा जा रहा है।
इसके लिए नगर निगम प्रशासन ने टेंडर लगा दिए हैं। इसमें कुत्ते पकडऩे के लिए शहर को दो भागों में बांटा जाएगा। पिछली बार कुत्ते पकडऩे आई फर्म का कार्यकाल 31 मई को ही पूरा हो गया,
हालांकि निगम प्रशासन ने उसका कार्यकाल दो माह यानी जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है।
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हालांकि निगम ने कुत्ते पकडऩे वाली फर्म का कार्यकाल दो माह के लिए बढ़ा दिया है, फिर भी कुत्तों को नहीं पकड़ा जा रहा है।
मई माह में पकड़े 457
शहर में पिछले माह कुत्तों ने काटकर कई लोगों को घायल किया था। इनके बढ़ते आतंक को देखकर निगम प्रशासन ने गत 15 मई को शहर में कुत्तों को पकडऩे का अभियान चलाने की बात कही थी।
हालांकि निगम प्रशासन ने मई माह में करीब 457 कुत्ते ही पकड़े थे। मई माह में कुत्ते पकडऩे वाली फर्म का ठेका भी समाप्त हो गया। जून में निगम ने भी कुत्तों को पकडऩा बंद कर दिया है।
एक जून से निगम प्रशासन ने शहर से एक भी कुत्ते को पकड़कर बधियाकरण नहीं किया है। हालांकि निगम पशु प्रबंधन शाखा के अधिकारी कुत्ते नहीं पकडऩे के लिए श्वान घर में विकास कार्य चलने की बात कह रहे हैं।
अब निगम प्रशासन ने श्वान घर में केनल की संख्या बढाने के साथ श्वान घर को दो भागों में बांटने की तैयारी की है। इसके साथ ही शहर में कुत्ते को पकडऩे के लिए दो अलग-अलग फर्म को काम सौंपा जा रहा है।
इसके लिए नगर निगम प्रशासन ने टेंडर लगा दिए हैं। इसमें कुत्ते पकडऩे के लिए शहर को दो भागों में बांटा जाएगा। पिछली बार कुत्ते पकडऩे आई फर्म का कार्यकाल 31 मई को ही पूरा हो गया,
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