कोरोना - भारत को वल्र्ड बैंक से मिला राहत का भरोसा
नई दिल्ली (एजेंसी)
करीबन हर देश में महामारी के तौर पर दस्तक दे चुके कोरोना वायरस की वजह से दुनिया अपने इतिहास की सबसे बड़ी मंदी की तरफ बढ़ती नजर आ रही है।
विश्व की आधी आबादी घरों में बंद है और अधिकांश बड़ी आर्थिक शक्तियों में औद्योगिक गतिविधियां एक के बाद एक लगभग ठप होती जा रही हैं।
सरकार ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित किया है और कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे बढ़ाए जाने की पूरी संभावना है।
असकावा ने महामारी की रोकथाम के लिए भारत सरकार के उपायों की सराहना की।
इन उपायों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकालीन कार्यक्रम, उद्योगजगत को कर और अन्य राहत तथा 26 मार्च को घोषित 1.7 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक राहत पैकेज शामिल है।
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करीबन हर देश में महामारी के तौर पर दस्तक दे चुके कोरोना वायरस की वजह से दुनिया अपने इतिहास की सबसे बड़ी मंदी की तरफ बढ़ती नजर आ रही है।
कोरोना - भारत को वल्र्ड बैंक से मिला राहत का भरोसा |
विश्व की आधी आबादी घरों में बंद है और अधिकांश बड़ी आर्थिक शक्तियों में औद्योगिक गतिविधियां एक के बाद एक लगभग ठप होती जा रही हैं।
आज देश ऐसे हालात का सामना कर रहा है, जिसे पहले कभी नहीं देखा गया था।
सरकार ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित किया है और कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे बढ़ाए जाने की पूरी संभावना है।
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष मासत्सुगु असकावा ने कोरोना वायरस महामारी से लडऩे में भारत की मदद के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को 2.2 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग 16,800 करोड़ रुपये) की मदद का भरोसा दिया।
असकावा ने महामारी की रोकथाम के लिए भारत सरकार के उपायों की सराहना की।
इन उपायों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकालीन कार्यक्रम, उद्योगजगत को कर और अन्य राहत तथा 26 मार्च को घोषित 1.7 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक राहत पैकेज शामिल है।
कोरोना - भारत को वल्र्ड बैंक से मिला राहत का भरोसा
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